उत्तर प्रदेश के माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग के प्रदेशभर के कार्यालयों, संस्थानों आदि में बाबुओं के 990 पदों पर भर्ती होगी। शिक्षा निदेशालय के अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) कार्यालय की ओर से उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को अधियाचन भेजा जा चुका है। आयोग की ओर से ही चयन के लिए विज्ञापन जारी होगा। इन 990 रिक्त पदों में आशुलिपिक के 115 व कनिष्ठ सहायक के 875 पद शामिल हैं। वैसे तो आशुलिपिक के 163 और कनिष्ठ सहायक के 3197 पद सृजित हैं। इनमें से क्रमश: 22 और 1682 पद ही भरे हुए हैं।
कनिष्ठ सहायक के 640 और आशुलिपिक के 26 रिक्त पदों का अधियाचन अभी नहीं भेजा गया है। इससे पूर्व छह साल पहले बाबुओं की भर्ती हुई थी। तब से भर्ती नहीं होने का नतीजा है कि आशुलिपिक के 163 पदों में से मात्र 22 ही भरे हुए हैं।
उपरोक्त भर्ती संभवत: पीईटी स्कोर के जरिए ही होगी। पीईटी स्कोर से मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। जूनियर असिस्टेंट के पदों को भरने के लिए शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट या इसके समकक्ष रखी जाएगी। इसके साथ ही हिंदी टाइपिंग में 25 शब्द और अंग्रेजी में 30 शब्द प्रति मिनट होना चाहिए। इसके साथ ही ट्रिपल सी कंप्यूटर प्रमाण पत्र भी मांगा जाता है।
उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के माध्यम से जल्द ही 21,990 पदों पर भर्ती होने जा रही है। ये भर्तियाँ बाबू (क्लर्क) के पदों पर की जाएंगी। आयोग ने इसके लिए अधियाचन प्रक्रिया को पूरा कर लिया है और संबंधित विभागों को अधियाचन भेज दिया गया है।
इन भर्तियों में प्रदेश के विभिन्न विभागों में खाली पड़े क्लर्क के पदों को भरा जाएगा। सरकार की इस पहल से युवाओं को रोजगार के साथ-साथ सरकारी सेवाओं में सुधार की दिशा में भी कदम बढ़ाया जाएगा। कई महीनों से इन पदों पर भर्ती की मांग उठ रही थी, जिसके बाद अब भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।
UPSSSC द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। परीक्षा के लिए नए पैटर्न और ऑनलाइन प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जा सकती है। इसके अलावा, परीक्षा की तारीखों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए अभ्यर्थियों को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
भर्ती प्रक्रिया में यूपी के युवाओं के साथ-साथ अन्य राज्य के उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन यूपी के युवाओं को कुछ अतिरिक्त लाभ मिल सकते हैं। सरकारी नियमों के अनुसार, आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को भी विशेष छूट दी जाएगी।
इस बड़े भर्ती अभियान से यूपी में बेरोजगारी दर में कमी आने की उम्मीद है। प्रदेश सरकार की इस पहल का उद्देश्य युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और सरकारी सेवाओं को और अधिक सुचारू बनाना है। जल्द ही इस संबंध में विस्तृत अधिसूचना जारी की जाएगी, जिसके बाद आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी।