UP Police Constable Exam 2024 : यूपी पुलिस रिक्रूटमेंट और प्रमोशन बोर्ड (यूपीआरपीबी) के ऑफिशियल्स ने कहा कि यूपी पुलिस कांस्टेबल रिक्रूटमेंट एग्जाम में करीब 21 प्रतिशत कैंडिडेट्स एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के बावजूद भी परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए। राज्यभर में करीब 61 छात्र परीक्षा के दौरान अनुचित साधन का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए। आज उत्तरप्रदेश के 75 जिलों में से 67 जिलों के 1174 परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा दोबारा आयोजित कराई गई। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों का फिंगर प्रिंट और फेशियल रिकग्निशन के साथ बॉयोमिट्रिक वेरीफिकेशन भी कराया गया।
**यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2024: बड़ा विवाद, अभ्यर्थियों में आक्रोश**
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2024 में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है, जिससे अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। परीक्षा के दौरान कई गंभीर अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई हैं, जिसके चलते परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं। यह विवाद उस समय उभरा जब परीक्षा के कुछ केंद्रों पर प्रश्न पत्र लीक होने और धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आईं।
परीक्षार्थियों का कहना है कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही लीक हो गए थे, जिससे कुछ अभ्यर्थियों को अनुचित लाभ मिला। वहीं, कई केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से चीटिंग की घटनाएं भी सामने आईं, जो परीक्षा संचालन पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है, और अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच समिति का गठन किया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि यदि किसी भी प्रकार की अनियमितता साबित होती है, तो परीक्षा को रद्द करने का भी निर्णय लिया जा सकता है। अभ्यर्थियों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस पूरे घटनाक्रम से प्रदेश भर में परीक्षा देने वाले लाखों अभ्यर्थियों में असंतोष फैल गया है। वे निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि ऐसे कांड उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है और उन्हें न्याय मिलना चाहिए।
अभ्यर्थियों के साथ-साथ उनके परिवारों में भी निराशा और चिंता का माहौल है। सभी की निगाहें अब यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस परीक्षा के भविष्य को तय करेगी।
UP Police Exam: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं पद्दोन्नति बोर्ड द्वारा यूपी पुलिस परीक्षा का आयोजन किया जा सकता रहा है. इसके द्वारा करीब 60 हजार रिक्त पदों पर भर्ती होनी है. इस परीक्षा के लिए करीब 48 अभ्यार्थियों ने आवेदन किया था. ये परीक्षाएं 23 अगस्त से शुरू हुई हैं और 31 अगस्त तक चलेंगी. अब इस परीक्षा में हजारों अभ्यार्थियों के द्वारा परीक्षा में शामिल न होने का मामला सामने आ रहा है. अभ्यार्थियों द्वारा परीक्षा में शामिल न होने की वजह प्रशासन की कड़ी सुरक्षा और निगरानी को माना जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार परीक्षा के पहले 3 लाख 11 हजार 565 अभ्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी और दूसरे दिन 1 लाख 67 हजार 130 अभ्यार्थी अनुपस्थित रहे थे.
प्रशासन का सक्त रवैया, गड़बड़ करने के खिलाफ हो रही कार्यवाई
यूपी पुलिस की परीक्षा के एक बार रद्द होने के बाद इसका आयोजन साल में दूसरी किया जा रहा है. इसलिए इसकी सुरक्षा और भी सक्त कर दी गई है. भर्ती प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस परीक्षा के पहले दिन 61 संदिग्ध परीक्षार्थी पकड़े गए थे. वहीं परीक्षा के दूसरे दिन 72 संदिग्धों को भर्ती बोर्ड ने पकड़ा. बता दें कि बीते 23 और 24 अगस्त को आयोजित हुई परीक्षा के दौरान 17 नकलची भी पकड़े गए हैं. इसके साथ ही सूबे के अलग अलग जिलों में 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
UP Constable Exam Paper Out: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम से सिपाही भर्ती की परीक्षा आयोजित होने जा रही है और पेपर आउट होने का दावा भी किया गया है। इस दावे के मुताबिक 23 अगस्त को जो परीक्षा शुरू होने जा रही है। इस दावे के मुताबिक 23 अगस्त से जो परीक्षा शुरू होने जा रही है उस परीक्षा के पेपर को आउट किया गया है और 5 से ₹10000 उस पेपर के लिए मांगे जा रहे हैं एसटीएफ के माध्यम से इस मामले में जांच शुरू कर दिया गया है।
तमाम मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस भर्ती बोर्ड के जो अध्यक्ष राजीव कृष्ण इस मामले में एसटीएफ को सतर्क कर दिया गया है। भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण की तरफ से अभ्यर्थियों से अपील की गई है किस तरह के झांसे में कोई भी ना आए जैसे कि यह खबर देखने को मिली है कि सोशल मीडिया पर एक टेलीग्राम पर ग्रुप बन गया है और इसमें पहला मैसेज 12 अगस्त को आया हुआ है जिसमें लिया लिखा था कि टेंशन लेने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है पेपर में आप लोगों को दूंगा चाहे जैसे दूं बस आप अपना प्रवेश पत्र तैयार रखिए पहले आपसे आपके प्रवेश पत्र की कॉपी ले जाएगी उसके बाद ही आपको आपके बैच के हिसाब से पेपर का पीडीएफ दिया जाएगा।
बता दें कि यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा फरवरी में आयोजित कराई गई थी। प्रश्नपत्र लीक होने के बाद परीक्षा को कैंसिल करवा दिया गया था और करीब 6 माह बाद दोबारा से यह परीक्षाओं आयोजित कराई गई है। यह परीक्षाएं 24,25,30 और 31 अगस्त को दो शिफ्ट में संपन्न कराई जाएंगी।
यूपी पुलिस कांस्टेबल के 60,244 पदों पर करीब 48,17,441 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। यूपीआरपीबी के ऑफिशियल सीनियर ने यह कन्फर्म किया कि शुक्रवार को पुलिस भर्ती परीक्षा के पहले दिन करीब 79.11% अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि करीब 4,09,720 अभ्यर्थियों ने पहले शिफ्ट के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड किया , लेकिन परीक्षा में लगभग 3,21,265 अभ्यर्थी शामिल हुए। वहीं, सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा में 4,09,880 परीक्षार्थियों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किया था, जिसमें से 3,27,167 अभ्यर्थी ही परीक्षा केंद्र पर पहुंचे।
उन्होंने आगे कहा कि-" लगभग 78.71% कैंडिडेट्स पहले शिफ्ट की परीक्षा में सम्मिलित हुए। प्रथम पाली की परीक्षा 10 से 12 बजे के बीच आयोजित कराई गई थी। वहीं, दूसरे पाली की परीक्षा में करीब 79.82 % छात्र सम्मिलित हुए। दूसरे शिफ्ट का एग्जाम दोपहर 03 बजे से शाम 05 बजे के बीच संपन्न हुआ था। शुक्रवार को होने वाली परीक्षा में कुल 79.11% अभ्यर्थी शामिल हुए। लगभग 20.89 प्रतिशत उम्मीदवार ने यूपी कांस्टेबल का एग्जाम नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि पहले शिफ्ट की परीक्षा में 32 अभ्यर्थी अनुचित साधनों का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए। दूसरे शिफ्ट की परीक्षा में 29 अन्य कैंडिडेंट्स को अनुचित साधनों का इस्तेमाल करते हुए अरेस्ट किया गया। जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड ने 20,000 कैंडिडेंट्स को पहले ही इंस्ट्रक्शन दे दिया था, जिनका आधार कार्ड ऑनलाइन वेरीफाई नहीं हो पाया था। ऐसे अभ्यर्थियों को वेरीफिकेशन के लिए परीक्षा केंद्रों पर आईडी प्रूफ(ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड,पासपोर्ट या ओरिजिनल आधार कार्ड) साथ लेकर आना था।
17 और 18 फरवरी को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी, लेकिन प्रश्न पत्र लीक होने के कारण 24 फरवरी को परीक्षाएं रद्द करा दी गई थीं। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के लीक होने के बाद राज्यभर के 41 जिलों में 178 एफआईआर 440 लोगों पर दर्ज हुआ था। पेपर लीक की घटना के 2 मास्टरमाइंड को गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किया गया था। पेपर लीक की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार यूपी पुलिस री-एग्जाम को लेकर काफी कड़ी निगरानी रखी गई है।