UP B.ED Entrance Exam: UP B.Ed प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आया; अधिकारियों ने जांच शुरू की

 

लखनऊ, 10 जून 2024: उत्तर प्रदेश में बीएड प्रवेश परीक्षा के पेपर लीक होने का मामला सामने आया है, जिससे राज्य भर में हड़कंप मच गया है। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों में नाराजगी और असंतोष व्याप्त है। परीक्षा नियंत्रक बोर्ड ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

पेपर लीक की जानकारी

परीक्षा नियामक प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, पेपर लीक की जानकारी परीक्षा शुरू होने से कुछ घंटे पहले मिली थी। इस खबर के फैलते ही, छात्रों और उनके परिवारों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई छात्रों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग की है ताकि निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।

सोशल मीडिया पर फैला प्रश्नपत्र

सूत्रों के अनुसार, लीक हुए प्रश्नपत्रों की प्रतियां व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैल गईं। छात्रों को परीक्षा केंद्र पहुंचने से पहले ही प्रश्नपत्र के सवालों के उत्तर प्राप्त हो गए थे। इससे परीक्षा की सत्यनिष्ठा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

अधिकारियों ने तुरंत कार्यवाही करते हुए, साइबर सेल और अन्य जांच एजेंसियों की मदद से पेपर लीक की घटना की तह तक जाने की कोशिश शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में कुछ संदेहास्पद व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है, जो इस लीक के मास्टरमाइंड हो सकते हैं।

शिक्षा मंत्री का बयान

शिक्षा मंत्री ने इस घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, "हम ऐसे किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो हमारे शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाता हो। दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।"

परीक्षा में बैठने वाले छात्रों ने भी इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया है। कई छात्रों का कहना है कि उन्होंने कड़ी मेहनत से तैयारी की थी, लेकिन इस तरह की धोखाधड़ी ने उनके भविष्य के सपनों पर पानी फेर दिया है। उन्होंने न्याय की मांग की है और परीक्षा की पुनरावृत्ति की मांग की है।

इस घटना ने राज्य में शिक्षा प्रणाली की कमजोरियों को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि परीक्षा प्रणाली में सुधार और सुरक्षा उपायों को सख्त करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना अन्य राज्यों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे अपनी परीक्षाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।

राज्य सरकार ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि उनके हितों की रक्षा की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, सरकार ने एक विशेष समिति गठित की है जो इस मामले की विस्तार से जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाएगी।

समाज के विभिन्न वर्गों से भी इस घटना पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। शिक्षक संघों ने भी इस पेपर लीक की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए। उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें और जांच प्रक्रिया का समर्थन करें।

यह पेपर लीक की घटना उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है। इस संकट से निपटने के लिए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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