UGC NET (National Eligibility Test) की परीक्षा को अचानक रद्द कर दिया गया है। यह निर्णय उस समय आया जब परीक्षार्थियों को उनके एडमिट कार्ड पहले ही जारी कर दिए गए थे। इस अप्रत्याशित घोषणा से लाखों छात्रों में निराशा और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
UGC NET की परीक्षा का आयोजन National Testing Agency (NTA) द्वारा किया जाता है, जो विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए उम्मीदवारों का चयन करती है। यह परीक्षा प्रत्येक वर्ष हजारों छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होती है।
एनटीए के अधिकारियों ने इस निर्णय के पीछे तकनीकी कारणों का हवाला दिया है। उनका कहना है कि परीक्षा के आयोजन में कुछ तकनीकी खामियां पाई गई थीं, जिनकी वजह से इसे रद्द करना पड़ा। हालांकि, छात्रों का कहना है कि उन्हें इस बारे में पहले सूचित किया जाना चाहिए था।
इस फैसले से प्रभावित छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। कई छात्रों ने एनटीए और शिक्षा मंत्रालय से अपील की है कि वे जल्द से जल्द इस मुद्दे का समाधान निकालें और नई परीक्षा तिथि की घोषणा करें।
छात्रों की एक बड़ी संख्या ने इस अचानक रद्दीकरण के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है। उन्होंने इस कदम को उनकी मेहनत और तैयारी के साथ अन्यायपूर्ण बताया है। कई छात्र यह भी कह रहे हैं कि इस निर्णय से उनकी शैक्षणिक और पेशेवर योजनाएं बाधित हो गई हैं।
एनटीए ने हालांकि छात्रों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही एक नई तिथि की घोषणा की जाएगी और छात्रों को उनकी तैयारी का पर्याप्त समय मिलेगा।
शिक्षा मंत्रालय ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं और जल्द ही समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं का ध्यान रखा जाएगा।
इस घटना ने यूजीसी नेट परीक्षा की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों का कहना है कि ऐसे महत्वपूर्ण परीक्षा के आयोजन में इस तरह की खामियां नहीं होनी चाहिए।
कई छात्रों का यह भी मानना है कि एनटीए को अपनी तकनीकी क्षमताओं को सुधारना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों। वे चाहते हैं कि परीक्षा प्रणाली को और अधिक पारदर्शी और भरोसेमंद बनाया जाए।
इस घटना ने उन छात्रों को भी प्रभावित किया है जो अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि यूजीसी नेट के रद्द होने से उनकी तैयारी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है और वे अब संशय में हैं कि आगे क्या होगा।
एनटीए ने हालांकि स्पष्ट किया है कि जिन छात्रों ने पहले से आवेदन किया था, उन्हें नई तिथि के लिए फिर से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। उनके एडमिट कार्ड नई तिथि पर भी मान्य होंगे।
छात्रों ने एनटीए से अनुरोध किया है कि वे जल्द से जल्द इस स्थिति को स्पष्ट करें और नई तिथि की घोषणा करें ताकि वे अपनी तैयारी जारी रख सकें। इस पूरे घटनाक्रम ने छात्रों के बीच अनिश्चितता की स्थिति पैदा कर दी है, जिसे जल्द ही हल करने की जरूरत है।