NEET UG: नीट यूजी रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन

 

NEET UG: National Eligibility cum Entrance Test (NEET UG) के रिजल्ट को लेकर छात्रों में नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है। परिणामों में कथित अनियमितताओं और त्रुटियों को लेकर सैकड़ों छात्र शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है और इसे सहन नहीं किया जाएगा।

परिणामों में कथित अनियमितताओं और त्रुटियों को लेकर सैकड़ों छात्र शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि रिजल्ट में कई तकनीकी खामियां हैं, जिससे उनकी मेहनत बेकार जा रही है। कुछ छात्रों का कहना है कि उनके स्कोरकार्ड में अंक गलत तरीके से जोड़े गए हैं, जबकि अन्य ने शिकायत की है कि उनके उत्तरों की जाँच सही ढंग से नहीं की गई है। प्रदर्शन करते हुए छात्रों ने मांग की है कि रिजल्ट की दोबारा समीक्षा की जाए। छात्रों का कहना है कि परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता का अभाव है, जो उनके भविष्य को धुंधला कर रहा है। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्याएं रखने के बाद भी उन्हें केवल आश्वासन मिला, जो छात्रों के लिए पर्याप्त नहीं है। प्रदर्शन में छात्रों के समर्थन में कई अभिभावक और विपक्षी दल भी शामिल हुए हैं। शिक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सभी शिकायतों की जांच की जा रही है और उचित कदम उठाए जाएंगे, लेकिन छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे अपनी लड़ाई न्यायालय तक ले जाएंगे और देशव्यापी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

पहले ही दिन से रिजल्ट को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। छात्रों का आरोप है कि रिजल्ट में कई तकनीकी खामियां हैं, जिससे उनकी मेहनत बेकार जा रही है। कुछ छात्रों का कहना है कि उनके स्कोरकार्ड में अंक गलत तरीके से जोड़े गए हैं, जबकि अन्य ने शिकायत की है कि उनके उत्तरों की जाँच सही ढंग से नहीं की गई है।

शिक्षा मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए छात्रों ने मांग की है कि रिजल्ट की दोबारा समीक्षा की जाए। छात्रों का कहना है कि परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता का अभाव है, जो कि उनके भविष्य को धुंधला कर रहा है। छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से मिलकर अपनी समस्याएं भी रखीं। हालांकि, अधिकारियों ने उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी शिकायतों की गंभीरता से जांच की जाएगी, लेकिन छात्रों ने इसे पर्याप्त नहीं माना। छात्रों ने कहा कि केवल आश्वासन से काम नहीं चलेगा, उन्हें ठोस कार्रवाई चाहिए।

प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने प्लेकार्ड्स और बैनर भी लहराए, जिन पर 'न्याय चाहिए', 'हमारा भविष्य सुरक्षित करो' जैसे नारे लिखे हुए थे। छात्रों के अनुसार, यदि शिक्षा मंत्रालय ने उनकी मांगों को नहीं माना, तो वे देशव्यापी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

छात्रों के समर्थन में कई अभिभावक भी प्रदर्शन में शामिल हुए। अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चों ने कड़ी मेहनत की है और उनके साथ इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सके।

इस मामले में विपक्षी दलों ने भी छात्रों के समर्थन में आवाज उठाई है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद करना चाहिए। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

शिक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि वे छात्रों की सभी शिकायतों की जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस पर उचित कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

छात्रों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे अपनी लड़ाई को न्यायालय तक ले जाएंगे। उनका मानना है कि न्यायालय ही उन्हें न्याय दिला सकता है और उनके भविष्य को सुरक्षित कर सकता है। छात्रों ने कहा कि वे हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार हैं।

यह देखना बाकी है कि शिक्षा मंत्रालय इस मामले को किस प्रकार हल करता है और छात्रों की मांगों को कैसे पूरा करता है। फिलहाल, छात्रों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है और यह प्रदर्शन शिक्षा प्रणाली में सुधार की मांग की ओर एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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