NEET UG 2024: नीट में किसी के 718 और 719 मार्क्स आ ही नहीं सकते, आरोपों पर NTA ने दिया जवाब

 


NEET में 718 और 719 अंक पर उठा विवाद: एनटीए ने दिया स्पष्ट जवाब

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में 718 और 719 अंकों के बारे में हाल ही में उठे विवाद पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अपना पक्ष रखा है। आरोप थे कि नीट परीक्षा में किसी भी छात्र के 718 और 719 अंक आ ही नहीं सकते, जो कि परीक्षा प्रणाली पर संदेह उत्पन्न कर रहा था। इस संदर्भ में NTA ने स्पष्ट किया कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।

NEET NTA की सफाई

NTA ने अपने बयान में कहा कि परीक्षा के परिणाम को लेकर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे तथ्यहीन हैं। परीक्षा का आयोजन पूरी पारदर्शिता और नियमों के तहत किया गया है। किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है क्योंकि परीक्षा प्रक्रिया में कई स्तरों की जांच और संतुलन शामिल होते हैं।

NEET परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता

NTA ने बताया कि नीट परीक्षा की प्रक्रिया बहुत ही पारदर्शी है और इसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता की संभावना नहीं है। परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच पूरी तरह से स्वचालित प्रणाली द्वारा की जाती है, जिससे किसी भी प्रकार की मानवीय त्रुटि की संभावना नहीं रहती।

NEET UG क्यों उठा यह विवाद?

इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब कुछ छात्रों और उनके अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि 718 और 719 अंक किसी भी छात्र को नहीं मिल सकते। उनका दावा था कि यह प्रणाली में किसी गड़बड़ी का संकेत है, जिससे नीट परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए गए।

NEET UG: एनटीए का डाटा विश्लेषण

NTA ने इन आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि उनके पास सभी परीक्षार्थियों के परिणाम का विस्तृत रिकॉर्ड है और 718 और 719 अंकों वाले छात्रों के भी उचित प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि ये अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की फिर से जांच भी की गई है, जो पूरी तरह सही पाई गई हैं।

NEET UG नीट परीक्षा का महत्व

नीट परीक्षा देशभर के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है और इसमें लाखों छात्र भाग लेते हैं। इस परीक्षा का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यह छात्रों के चिकित्सा क्षेत्र में भविष्य का निर्धारण करती है। इसलिए, इसके परिणामों की विश्वसनीयता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।

NEET UG:  न्यायालय में भी मामला पहुंचा

यह मामला अब न्यायालय में भी पहुंच चुका है, जहां छात्रों ने परीक्षा की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए याचिका दायर की है। इस पर न्यायालय ने NTA से जवाब मांगा है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। NTA ने विश्वास जताया है कि वे सभी आरोपों का ठोस जवाब देंगे।

NEET UG छात्र और अभिभावकों की चिंता

छात्र और उनके अभिभावक इस विवाद से चिंतित हैं और उनकी मांग है कि मामले की गहन जांच हो। कई अभिभावकों का मानना है कि इस तरह के विवाद छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं और उनकी तैयारी पर भी असर डाल सकते हैं।

NEET UG भविष्य की दिशा

एनटीए ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसे विवादों से बचने के लिए और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित प्रणाली विकसित की जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं को सार्वजनिक किया जा सकता है ताकि किसी भी तरह का संदेह न रहे।

कुल मिलाकर, NEET परीक्षा में 718 और 719 अंक प्राप्त करने के आरोपों पर NTA ने स्पष्ट रूप से जवाब दिया है और सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त किया है कि परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है और परिणाम पूरी तरह से सही हैं। अब न्यायालय के फैसले का इंतजार है, जो इस मामले में अंतिम निर्णय देगा।

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