अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने जूनियर रेजिडेंट के 12220 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह घोषणा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है, जो देश भर के मेडिकल और डेंटल ग्रेजुएट्स को एक बड़ा अवसर प्रदान करेगी। एम्स की यह भर्ती प्रक्रिया उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है जिन्होंने हाल ही में अपनी MBBS या BDS की पढ़ाई पूरी की है और चिकित्सा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
इस भर्ती प्रक्रिया के तहत एम्स ने आवेदन के लिए न्यूनतम योग्यता के रूप में MBBS और BDS डिग्री की आवश्यकता रखी है। इसके साथ ही, आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास भारतीय मेडिकल काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त डिग्री होनी चाहिए। एम्स ने उम्मीदवारों को स्पष्ट किया है कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी और किसी भी प्रकार का ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि आवेदन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होगी।
तिथि 30 जून 2024 रखी गई है। इच्छुक उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे समय से पहले ही अपना आवेदन जमा कर दें ताकि अंतिम समय की परेशानियों से बचा जा सके। आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को एम्स की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और वहां उपलब्ध ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना होगा। आवेदन करते समय, उम्मीदवारों को अपनी शैक्षिक प्रमाणपत्र, पहचान पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की प्रतियाँ अपलोड करनी होंगी।
एम्स ने उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा भी निर्धारित की है। सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष है, जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट दी गई है। इसके अलावा, सरकारी कर्मचारियों और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए भी विशेष छूट का प्रावधान है। एम्स का उद्देश्य योग्य उम्मीदवारों को अधिकतम अवसर प्रदान करना है ताकि वे चिकित्सा के क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।
वेतन और अन्य लाभों के मामले में, एम्स ने उम्मीदवारों के लिए आकर्षक वेतन पैकेज की घोषणा की है। जूनियर रेजिडेंट के पद पर चयनित उम्मीदवारों को 15,600-39,100 रुपये के वेतनमान के साथ ग्रेड पे 5,400 रुपये दिया जाएगा। इसके अलावा, उम्मीदवारों को सरकारी नियमों के अनुसार अन्य लाभ और सुविधाएँ भी मिलेंगी, जिसमें आवास सुविधा, चिकित्सा सुविधा और अन्य भत्ते शामिल हैं।
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने इस अवसर पर कहा कि यह भर्ती प्रक्रिया न केवल मेडिकल क्षेत्र के स्नातकों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि एम्स के संचालन में भी गुणवत्ता और दक्षता को बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि जूनियर रेजिडेंट की नियुक्ति से अस्पताल में मरीजों की देखभाल और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
इस भर्ती प्रक्रिया से न केवल दिल्ली के एम्स, बल्कि देश के अन्य एम्स संस्थानों को भी लाभ मिलेगा। एम्स ने यह सुनिश्चित किया है कि देश भर के मेडिकल और डेंटल ग्रेजुएट्स को समान अवसर मिल सके। यह कदम सरकार के ‘स्वस्थ भारत’ अभियान को और सशक्त बनाएगा और देश के स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने में मदद करेगा।
कुल मिलाकर, एम्स की यह पहल चिकित्सा क्षेत्र में नये स्नातकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि उन्हें अपने करियर की शुरुआत करने का एक प्रतिष्ठित मंच भी मिलेगा। एम्स ने इस भर्ती प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और उम्मीद है कि योग्य उम्मीदवार इस अवसर का पूरा लाभ उठाएंगे।
अंत में, एम्स ने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे आवेदन प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की गलत जानकारी न दें और सभी निर्देशों का पालन करें। उम्मीदवारों को नियमित रूप से एम्स की वेबसाइट पर जाकर सभी नवीनतम जानकारी और अपडेट्स को चेक करना चाहिए ताकि कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी छूट न जाए। इस भर्ती प्रक्रिया से चिकित्सा क्षेत्र में एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जिससे देश के स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और मरीजों को बेहतर सेवाएँ मिलेंगी।