UGC UPDATE : यूजीसी ने देशभर के विद्यर्थियों को किया खुश, एक बड़ा निर्णय बदलेगा शिक्षा का समीकरण


UGC UPDATE : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग जिसे यूजीसी (UGC) के नाम से हर कोई जानता है और यह पूरे देश के विश्वविद्यालय को प्रबंधन करती है और तमाम बड़ी चीजों पर काम करती है विश्वविद्यालय का लगभग हर काम यूजीसी (UGC) के साथ जुड़कर ही होता है और अब एक बड़ी खुशी यूजीसी (UGC) ने सभी विद्यार्थियों को दी है जो जानकर आप निश्चित रूप से खुश हो जाएंगे तो चलिए आपको बताते हैं कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक बड़े बदलाव के साथ क्या नया किया है और यह विद्यार्थियों को किस तरह से फायदा देने का काम करेगा...

University Grants Commission (UGC) ने Delhi University को श्रेणी-1 विश्वविद्यालय का दर्जा दिया है। यह कार्रवाई विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (Classification of Universities for grant of Graded Autonomy Regulations 2018) के अनुसार उच्च प्रदर्शन वाले विश्वविद्यालयों को स्वायत्तता प्रदान करने की यूजीसी (UGC) की पहल का हिस्सा है। 2018 कानूनों द्वारा उल्लिखित उच्चतम श्रेणी श्रेणी-1 है, जो संस्थानों को उच्चतम स्तर की स्वायत्तता प्रदान करती है। हालांकि यह थोड़ी पुरानी खबर है लेकिन नए विद्यर्थियों के लिए यह बेहद आवश्यक खबर है...

इस मान्यता के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) की याचिका पर आयोग ने गहनता से विचार किया और 25 जुलाई को अपनी 571वीं बैठक में इसे मंजूरी दे दी। श्रेणी-1 रैंक में यह पदोन्नति यूजीसी विनियमों के खंड 4 में उल्लिखित कई फायदे लेकर आई है। विश्वविद्यालय अब शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के प्रति अपने समर्पण को पहचानते हुए इन लाभों के लिए योग्य है।

UGC Update : श्रेणी-1 स्वायत्तता स्थिति : लाभ - 

प्रशासन के अनुसार एक श्रेणी-1 विश्वविद्यालय यूजीसी (UGC) की मंजूरी के बिना एक नया पाठ्यक्रम या कौशल पाठ्यक्रम शुरू कर सकता है, ऑफ-कैंपस स्थान स्थापित कर सकता है, अनुसंधान पार्क या नवाचार केंद्र स्थापित कर सकता है और विदेशी प्रोफेसरों को नियुक्त कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे विश्वविद्यालय घरेलू छात्रों की तुलना में अधिक विदेशी छात्रों को प्रवेश दे सकते हैं और "बिना किसी प्रतिबंध के विदेशी छात्रों से फीस तय करने और चार्ज करने के लिए स्वतंत्र हैं"। यूजीसी (UGC) की मंजूरी के बिना भी ये विश्वविद्यालय ओपन और रिमोट लर्निंग कोर्स शुरू कर सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ काम कर सकते हैं।

आयोग के अनुसार, यदि निम्नलिखित शर्तें पूरी होती हैं तो एक विश्वविद्यालय को स्वायत्तता के साथ श्रेणी-1 संस्थान के रूप में नामित किया जाता है -

- राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने 3.51 या उससे अधिक स्कोर के साथ विश्वविद्यालय को मान्यता प्रदान की है।

- विश्वविद्यालय ने यूजीसी द्वारा नियुक्त एक प्रतिष्ठित मान्यता संगठन से तुलनीय मान्यता ग्रेड या स्कोर प्राप्त किया है।

- टाइम्स हायर एजुकेशन और क्यूएस रेटिंग जैसी प्रतिष्ठित विश्व रैंकिंग में विश्वविद्यालय को शीर्ष 500 में सूचीबद्ध किया गया है।

- रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी का NAAC स्कोर 3.25 है और यह QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में 407वें स्थान पर है।

हालाँकि, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों का एक समूह इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध कर रहा है। कुछ विश्वविद्यालय शिक्षक इस बात से भी चिंतित हैं कि अधिक स्वायत्तता से स्व-वित्तपोषण पाठ्यक्रमों की शुरूआत और प्रसार को बढ़ावा मिलेगा। इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है और यूनिवर्सिटी की मौजूदा एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इस पर चर्चा हो रही है।

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